मेरे ब्लॉग पर आने के लिए और टिपण्णी देने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया! मेरे दूसरे ब्लॉग पर भी आपका स्वागत है! मुझे आपका ब्लॉग बहुत अच्छा लगा! बहुत ही दिलचस्प है! कार्टून तो मुझे बेहद पसंद है और आपका ये ब्लॉग तो मस्त है! अब तो मैं आपका फोल्लोवेर बन गई हूँ इसलिए आती जाती रहूंगी!
स्कूल की कॉपी-किताबों में कार्टून बनाते-बनाते कब कार्टूनिस्ट बन गया
कुछ पता ही नहीं चला. गालव रषि की तपोभूमि ग्वालियर में जन्म पाया.
कार्टून के शौक को देखते हुए पिता श्री के.सी. चतुर्वेदी ने प्रोत्साहित
किया. अखबारों में कार्टूनिंग की विधिवत शुरुआत १९९३ दैनिक भास्कर,
ग्वालियर से हुई. कार्टूनिंग के इस सफर में ग्वालियर, रोहतक, जयपुर,
भोपाल में काम करने का मौका मिला. पिछले एक साल से राष्ट्रीय दैनिक
हरिभूमि में ग्रुप कार्टूनिस्ट की हैसियत से काम कर रहा हूं....
अनुराग चतुर्वेदी
98938-86910
3 टिप्पणियां:
हमारी तरफ से स्मरण।
मेरे ब्लॉग पर आने के लिए और टिपण्णी देने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया! मेरे दूसरे ब्लॉग पर भी आपका स्वागत है!
मुझे आपका ब्लॉग बहुत अच्छा लगा! बहुत ही दिलचस्प है! कार्टून तो मुझे बेहद पसंद है और आपका ये ब्लॉग तो मस्त है! अब तो मैं आपका फोल्लोवेर बन गई हूँ इसलिए आती जाती रहूंगी!
meri taraff se shradhjanjali....
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